Friday, December 16, 2011

sath hoga to shayad



                        साथ होगा तो शायद  
                    *******************
एक दुसरे का साथ से तो उम्र कट जाती है बशर्ते,
ख़ामोशी को जुबां मिल जाये..............
ख़ामोशीयों  की आवाज सुनाई पड़ती है गर,
ख़ामोशी को समझने वाला साथी मिल जाये....
हमसफ़र का साथ होगा तो शायद,
ढलती उम्र भी जवाँ गुजर जाये........
किसका दिल नहीं करता,के सफ़र,आसां हो,
तेरा साथ होगा गर तो शायद,
{गीता}का मरना भी आसां हो........



Protected by Copyscape Online Plagiarism Tool

No comments:

Post a Comment