दरबार तेरा मैया
{{ दरबार तेरा दरबारों में,इक्क ख़ास एहमियत रखता हे,
उसको वैसा मिल जाता है,जो जैसी नियत रखता है }}
दरबार तेरा मैया,2 भक्तों ने सजाया है,4
परबत से चली आयो,4 भक्तों ने पुकारा है,4
दरबार तेरा मैया---------
1.चन्दन की चौक्की पे,अब आन विराजो माँ,4
कब आयोगी मैया,2 मेरा मन घबराया है,4
दरबार तेरा मैया-------------
2.तेरी लाल चुनरिया माँ,भक्तों ने बनायी है,2
**तेरी लाल चुनरिया माँ, भक्तों ने बनायी है,2
माँ पहनो की आकर, माँ ओड़ो की आकर, ये मन में आया है, दरबार तेरा मैया------------
3.तेरी खुशबू कलियों में, फुल्लों में महक तेरी,2
**तेरी खुशबू कलियों में, फुल्लों में महक तेरी,4
डाली डाली पंछी,2 ये शोर मचाया है,
दरबार तेरा मैया,भक्तों ने सजाया है,2
परबत से चली आयो, भक्तो ने पुकारा है,2

{{ दरबार तेरा दरबारों में,इक्क ख़ास एहमियत रखता हे,
उसको वैसा मिल जाता है,जो जैसी नियत रखता है }}
दरबार तेरा मैया,2 भक्तों ने सजाया है,4
परबत से चली आयो,4 भक्तों ने पुकारा है,4
दरबार तेरा मैया---------
1.चन्दन की चौक्की पे,अब आन विराजो माँ,4
कब आयोगी मैया,2 मेरा मन घबराया है,4
दरबार तेरा मैया-------------
2.तेरी लाल चुनरिया माँ,भक्तों ने बनायी है,2
**तेरी लाल चुनरिया माँ, भक्तों ने बनायी है,2
माँ पहनो की आकर, माँ ओड़ो की आकर, ये मन में आया है, दरबार तेरा मैया------------
3.तेरी खुशबू कलियों में, फुल्लों में महक तेरी,2
**तेरी खुशबू कलियों में, फुल्लों में महक तेरी,4
डाली डाली पंछी,2 ये शोर मचाया है,
दरबार तेरा मैया,भक्तों ने सजाया है,2
परबत से चली आयो, भक्तो ने पुकारा है,2

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