तेरे दरबार जेहा
तेरे दरबार जेहा,ना दर कोई होरए,4
तेरे हाथ डोर,दाती,तेरे हाथ डोरऐ,4
1.ठोकरा ज़माने दियां,बड़ा चिर झालियाँ,2
ताईयों माये,तेरियां,दलिजा अस्सां मलियाँ,2
दर-दर मांगने दी,रही कोई लोड़ ना,2
तेरे हाथ डोर दाती-------------4
2.जिनाने वि डोरा माये,तेरे उत्ते सुट्टीयाँ,2
ओना दियां मंजला माँ,कदे वि ना रुक्कियां,2
तेरी नाम वाली ऐसी,चडी जांदी नूरऐ,2
तेरे हाथ डोर दाती-----------
3.बन जा पुजारी,बन्दे,इसी दरबार दा,2
भोले छड पीछा तुविं,झूठे संसार दा,2
पूरी कर देवेगी माँ,तेरी वी थोडऐ,2
तेरे हाथ डोर दाती---------

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