Wednesday, June 4, 2014

मैं हूँ शरण में तेरी,संसार के रचिया

मैं हूँ शरण में तेरी,संसार के रचिया,4
कश्तीsss,मेरी लगादोsssss,2 उस पार ओ कन्हिया,
मैं हूँ शरण में------,संसार के-------,कश्ती मेरी-------उस पार-------
1.मेरी अरदास सुन लीजेssss,2 प्रभु  सुध आन कर लीजे,2
दरस इक्क बार तो दीजेsssss,मैं समझूंगा शाम रीझे,2
पतवाssर थामलो तुमss ओsss,2मझधार में है नैयाss,
मे हूँ-----------संसार के-----------
2.भगत बेचैन हैं तुम बिनss,तरसते नैन हैं तुम बिन,2
अँधेरी रैन है तुम बिनss,कहीं ना चैन है तुम बिन,2
है उदाsssस देखो तुम बिनss,ओsss,2,गोपी ग्वाल गईयाss,
मैं हूँ----------संसार के------------
3.दया निधि नाम है तेराsssss,2कहाते हो अन्तर्याssमी,2
समाये हो चराचर मेंsss,सकल संसार के स्वाssमी,2
नमामि नमामि हरदमss,2ब्रिज धाम के बसईया,
मैं हूँ-----------,संसार के---------------
4.तेरी यादों का मनमोहनsss,  {
दिल में उमड़ा है साssवन,2
बुझेगी प्यास इस दिल कीsssss,सुनूंगा जब तेरा आवन,2
पाssवन पतित को करनाsssss,2  जगदीश ओ कन्हियाss,

मे हूँ-----------संसार के------------
कशतीssss,मेरी लगादोsssss,उस पार ओ कन्हिया---------

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