Saturday, May 31, 2014

पक्की भेंट
पहाड़ा वाली जल भरने को आई
पहाड़ा वाली जल भरने को आई, 4
सोणे दी गागर,,हिरेयाँ वाली,2
माता बगल दबाई,पहाड़ा वाली,जल----------2

1.अजी सुबह सवेरा,अमृत वेला,
सखियाँ झुरमट,पा लिया घेरा,2+2
देव मुनी,सब,देखत रह गए,2
कैसी,खेड रचाई,पहाड़ा वाली,जल----------2

2. अजी सुहे सुहे माँ ने,वस्तर पा लए,
चंगे चंगे माँ ने,पा लए गहनें,2+2
लाल है चोला,लाल चुनरिया,2
लाल ही,मेहँदी लगाईं,पहाड़ा वाली,जल--------  

3.सखियाँ दे संग,देवा राणी,
तुर पई अम्बे,आद भवानी,2+2
पहोंच गयी,गँगा दे माता,2
गँगा सोच,में आई,पहाड़ा वाली,जल----------2

4.अजी मालिक कुल संसार दी माता,
एह है दाता, एह है विधाता,2+2
सब दुनियाँ नु तारण वाली,2
क्यों,तकलीफ़ उठाई,पहाड़ा वाली,जल---------2
                                               
5.अजी तब गँगा ने हाथ बढाये,
फाड़ लई गागर,वचन सुनाये,2+2
देवा माँ मैं,आज तों तैनू,2
अपनी भेंट चढाई,पहाड़ा वाली,जल---------2            

6.ओहो नचदी-नचदी,गांदी-गांदी,
पर्वत-पर्वत भोंदी-भोंदी,2+2
गँगा माँ दा,सिमरण करके,2
गुफ्फा विच,आन समाई,पहाड़ा वाली,जल----------2

7.हो जय गंगे ,जय हर हर गंगे,
तू चंगी तेरे कर्म ने चंगे,2+2
शरण तुम्हारी,शरणी लगके,2
उत्तम पदवी पायी,पहाड़ा वाली,जल---------2
माँ शेरां वाली----------,जल----------------2सोणे-------,
माता बगल------,पहाड़ा वाली,जल-------2    



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