Wednesday, May 14, 2014

तेरे कदमों की आहट का मुझे इन्तजार है - 2
कैसे कहूँ बाबा तुमसे कितना प्यार है – 2
श्रद्वा सुमन से अपना आँगन मैंने सजा लिया 
साथ में सबुरी का दीपक भी जला लिया – 2
तेरे चिमटे की खन खन का मुझे इन्तजार है – 2
कैसे कहूँ बाबा तुमसे कितना प्यार है – 2

मुझे विश्वास है मेरी सदा न जायेगी खाली 
तुम पधारो मेरे घर आयेगी दीवाली - 2
तेरी चरणरच पाने का मुझे इन्तजार - 2
कैसे कहूँ बाबा तुमसे कितना प्यार है – 2
तेरे कदमों की आहट का मुझे इन्तजार है - 2
कैसे कहूँ बाबा तुमसे कितना प्यार है – 2

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