दिल की हर धड़कन से,तेरा नाम निकलता है,
तेरे दर्शन को मोहन,तेरा दास तरसता है,
जन्मो पे जनम लेकर,मैं हार गया मोहन,
दर्शन बिन व्यर्थ हुआ,हर बार मेरा जीवन,
क्या खेल सजाया है,मोहरों की तराह हमको,
क्या खूब नचाया है,कटपुतली सा हमको,
ये खेल तेरा प्यारे,बस तू ही समझता है,
दिल की--------------
तेरे दर्शन-----------
ये दिल पुकारता है,इक्क बार चले आयो,
दर्शन देकर प्यारे,मेरी बिगड़ी बना जायो,
प्रीतम मेरे दिल में,अरमान मचलता है,
दिल की------------
तेरे दर्शन-------------
कर भी दो दया मोहन,हम भी तो तुम्हारे है,
इक्क बार तो अपनालो,जन्मो से तुम्हारे हैं,
तेरे नित्य मिलन को अब,जीवन ये तरसता है,
दिल की------------
तेरे दर्शन-----------
गोविन्द चले आयो,गोपाल चले आयो,
हे मुरली धर माधव नंदलाल चले आयो,
गोविन्द चले आयो,गोपाल चले आयो,
हे आनंद धन मोहन,रास राज चले आयो,
तेरे दर्शन को मोहन,तेरा दास तरसता है,
जन्मो पे जनम लेकर,मैं हार गया मोहन,
दर्शन बिन व्यर्थ हुआ,हर बार मेरा जीवन,
क्या खेल सजाया है,मोहरों की तराह हमको,
क्या खूब नचाया है,कटपुतली सा हमको,
ये खेल तेरा प्यारे,बस तू ही समझता है,
दिल की--------------
तेरे दर्शन-----------
ये दिल पुकारता है,इक्क बार चले आयो,
दर्शन देकर प्यारे,मेरी बिगड़ी बना जायो,
प्रीतम मेरे दिल में,अरमान मचलता है,
दिल की------------
तेरे दर्शन-------------
कर भी दो दया मोहन,हम भी तो तुम्हारे है,
इक्क बार तो अपनालो,जन्मो से तुम्हारे हैं,
तेरे नित्य मिलन को अब,जीवन ये तरसता है,
दिल की------------
तेरे दर्शन-----------
गोविन्द चले आयो,गोपाल चले आयो,
हे मुरली धर माधव नंदलाल चले आयो,
गोविन्द चले आयो,गोपाल चले आयो,
हे आनंद धन मोहन,रास राज चले आयो,
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